5 Simple Statements About पारद शिवलिंग Explained

आइए जानें, इसकी आराधना और स्थापना करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

आपल्या चांगल्या कमेंट ची वाट पाहत आहे. पण जे काही असेल ते फक्त इथेच खाली कमेंट बॉक्स मध्ये लिहा. 

पण त्या अगोदर तुम्ही पुन्हा मागील पोस्ट वाजून घ्या कारण शिवलिंग घरात ठेवणे हा विषय सोपा नाही. तसा हा कठीण सुद्धा नाही कसा ह्याचा विचार करू.

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राष्ट्रीय महामार्ग, तेलंगाना आणि महाराष्ट्र यांना जोडणारे शहर, मुंबई आणि हैदराबादला कनेक्टिव्हिटी मिळवून देते. हे महामार्ग परभणीसाठी पुढील कनेक्टिव्हिटी पर्याय उघडतात, इंदौर, झांसी, आग्रा आणि वाराणसी, नागपूर, आदिलाबाद, निजामाबाद, हैदराबाद, बेंगलोर आणि कन्याकुमारी सारख्या उत्तर-पूर्व शहरे इशानौर, उत्तर-पूर्व शहरांशी जोडण्यासाठी आहेत.

पारद श्री यंत्र को स्थापित करने की विधि:

वहीं जब इसे चांदी के मिला दिया जाता है तो यह ठोस रूप ले लेता है।कहा गया है कि चांदी और पारा से बने पारद शिवलिंग में कई तरह की शक्ति आ जाती है। उदाहरण के तौर पर कहा गया है कि अगर पारद शिवलिंग को बर्फ पर रख दिया जाय तो वह अपने आकार के बराबर बर्फ को सोख लेता है। पारद शिवलिंग समस्त दुखो का नाश करने वाला मानसिक व शारिरिक चिन्ताओ का अंत करने और पारद शिवलिंग क्या होता है शांति प्रदान करने वाला बताया गया है

इसके बाद आपको शिवलिंग पर चावल अर्पण करें और मिठाई का भोग भी लगाना चाहिए।

नांदेड पासून परभणी ७० कि.मी. अंतरावर आहे.

पूजा के बाद इन शिवलिंगों की देखभाल कैसे करें?

खरंच निसर्गाची किमया भारी….मराठवाड्यातील एकमेव बेट… जांभूळ बेट गोदावरी नदी…

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